UP : संचारी रोगों से बचाव हेतु जनपद के विभिन्न विकास खंडों में किसान गोष्ठी का आयोजन
मनोज कुमार
बलिया। जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण 3 से 31 अक्टूबर तक जोर शोर से चलाया जा रहा है, जिसमें सभी विभागों के कर्मचारी पूरी शिद्दत से मेहनत कर रहे है। जनपद स्तर पर जिलाधिकारी तथा शासन स्तर पर मुख्यमंत्री द्वारा इसकी निगरानी प्राथमिकता से की जा रही है। जनपद के विभिन्न विकास खंड में कृषि विभाग द्वारा किसान गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा हैं। नगरा के परसिया रूपपुर, निकासी, खरूऑव गांव में कृषि विभाग के सहायक विकास अधिकारी (कृषि) योगेन्द्र चौहान, सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) डा0 मुन्नी लाल एवं प्राविधिक सहायक बाबूलाल मौर्य द्वारा संचारी रोगों से बचाव हेतु जागरूकता फ़ैलाने के लिए किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. वहीँ दुबहड़ के वसरिकापाह, डोपही, सरसपाली गांव में सहायक विकास अधिकारी (कृषि) अशोक सिंह, सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) संतोष पांडे, कृषि रक्षा पर्यवेक्षक हरेंद्र मौर्य द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया।
उनके द्वारा मच्छर और चूहों से फैलने वाली बीमारी जैसे मलेरिया, फाइलेरिया, स्क्रब टायफस, लेप्टो स्पायोरिसिस, उनसे बचाव और नियंत्रण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि इन रोगों को पनपने से रोकने के लिए नालियों में जल जमाव न होने दें, कूलर में हमेशा पानी बदलते रहे और घर की छतों पर रखे ऐसे व्यर्थ सामान जिनमें पानी एकत्र हो सकता है उनको हटा दें। आस-पास और घर के गमलों में मच्छर रोधी पौधे जैसे लेमन ग्रास लगाएं। चूहा, छुछुंदर से फैलने वाली बीमारियों में स्क्रब टाइफ़स और लेप्टोस्पिरोसिस शामिल हैं। स्क्रब टाइफ़स का जनक चूहों में पलने वाले पिस्सू हैं तथा लेप्टोस्पायरोसिस चूहों के मल मूत्र में पाये जाने वाले एक बैक्टीरिया से होता है। इनसे बचाव ही इनका मुख्य ईलाज़ है। घरांे को साफ़ व चूहा मुक्त रखें। खाद्य पदार्थों को हमेशा साफ पानी से धोकर खाए।