UP : जिला आबकारी अधिकारी की अवैध वसूली का आरोप, जांच को धमकी टीम, दो गिरफ़्तार
शराब व्यवसायी ने की थी शिकायत, फर्जी तरीके से फंसाने का लगाया था आरोप
बलिया। जिले के अंग्रेजी शराब के थोक व्यवसायी छितेश्वर जायसवाल ने तीन माह पहले दो मई को जिला आबकारी अधिकारी पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत जिलाधिकारी से की थी। 11 मई को व्यवसायी के ठिकाने पर छापेमारी कर बोतलों के रेपर बरामद कर स्थानीय व आबकारी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि व्यवसायी का दावा रहा कि फर्जी तरीके से साजिशन फंसाया गया है। जमानत पर जेल से छूटने के बाद व्यवसायी ने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिये प्रयास करना शुरू किया। इसी बीच सतनी सराय पुलिस चौकी के सीसीटीवी फुटेज से उसने साक्ष्य हासिल कर लिया। इसमें दो युवकों द्वारा पिट्ठू बैग को व्यापारी के मकान में रखा गया और ठीक आधे घंटे बाद आबकारी व पुलिस की टीम ने यहां पहुंचकर रेपर से भरे बैग को बरामद करके और शराब के थोक विक्रेता छितेश्वर को बुलाकर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। फिर व्यवसायी ने मुख्यमंत्री से लगायत आबकारी मंत्री व उच्चाधिकारियों तक लिखित शिकायत कर इस प्रकरण की बाहरी टीम से जांच कराने की मांग की। शिकायत की जांच को लखनऊ की टीम बलिया पहुंची। अपनी जांच के क्रम में बैग में भरकर रेपर को व्यवसायी के मकान में रखने वालों में से एक को गिरफ्तार कर लिया। इसके बयान के आधार पर दूसरे युवक को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इस प्रकरण का मास्टरमाइंड फरार है। आबकारी निरीक्षक बांसडीह संदीप यादव के मोबाइल को जांच टीम ने पूंछताछ के बाद जब्त कर लिया है। दूसरे आबकारी निरीक्षक के छुट्टी पर होने से उनका बयान दर्ज नहीं हो पाया है। लखनऊ से आयी जांच टीम जिस हिसाब से जांच कर रही है, उससे आबकारी विभाग में हड़कंप की स्थिति है। बता दें कि व्यवसायी ने जिला आबकारी अधिकारी पर रोज दुकानों से वसूली करने की भी लिखित रूप से शिकायत की है। अब ज़ब आबकारी निरीक्षकों के बयान दर्ज होने शुरू हो गये हैं और गिरफ्तार युवकों द्वारा जो खुलासा किये गये हैं, इसके आधार पर जांच की आंच जिला आबकारी अधिकारी तक पहुंच सकती है। सूत्रों के अनुसार उनसे भी जल्द पूछताछ हो सकती है। देखना है कि जांच टीम कब तक पर्दाफाश करती है।