UP : पिकअप के साथ एक नफर अभियुक्त गिरफ्तार
सिकंदरपुर (बलिया)। पुलिस अधीक्षक एस. आनन्द द्वारा अपराध के समूल उन्नमूलन एवं अपराधियांे पर अंकुश लगाये जाने हेतु चलाये जा रहे अभियान में अपर पुलिस अधीक्षक बलिया दुर्गा प्रसाद तिवारी के पर्यवेक्षण क्षेत्राधिकारी सिकन्दरपुर भूषण वर्मा के कुशल नेतृत्व में 10 दिसंबर को खेजुरी पुलिस टीम द्वारा विसहर मार्ग रोड नहर खेजुरी पर 01 नफर अभियुक्त अब्दुल्लाह पुत्र रमजान निवासी हट्टी मदारी बंधा रोड थाना कोतवाली जनपद मऊ को एक पिकअप वाहन के साथ गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया। खेजुरी पुलिस को मुखबिर से खास सूचना मिली कि पिछले दिनों भैंस चोरी कर ले जाने वाली पिकअप विषहर जाने वाले मार्ग पर पड़ने वाले नहर की पटरी पर खड़ी है जिस पर तीन व्यक्ति मौजूद है ये वहीं लोग है जो उस दिन भैंस चोरी कर ले गये थे। आज फिर चोरी करने की फिराक मे आये है अगर जल्दी किया जाए तो पकड़े जा सकते है। मुखबिर की सूचना पर उ0 नि0 अमरजीत यादव, हे0 का0 राहुल राय, का0 नरेन्द्र शर्मा, कांस्टेबल मान सिंह के साथ सरकारी वाहन से उसके बताये स्थान के तरफ आगे बढ़े और वाहन जिप्सी मय चालक को नहर से पहले रोड के किनारे पेड़ के पास अंधेरे में खड़ा उस जगह पुलिस पहुँचकर देखा कि तीन लोग आपस में कुछ बात कर रहे थे तथा खड़ी पिकअप के पास जैसे पुलिस पहुंची कि खड़े सभी लोग पुलिस वालांे को देखकर भागना शुरु कर दिये कि जो व्यक्ति पिकअप के गेट को खोलकर खड़ा था कुछ दूर जाते-जाते पकड़ लिया गया तथा शेष दो व्यक्ति अंधेरे का लाभ उठाकर भागने लगे जिनके पीछे हे0 का0 राहुल राय व का0 नरेन्द्र शर्मा दौड़े किन्तु अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे। खड़ी पिकअप का नम्बर टार्च की रोशनी में देखा गया तो यूपी 54 टी 3925 पाया गया जो मुकदमा से सम्बन्धित थी। पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछने पर बताया कि दिनांक 03.12.2023 को बनकटा कला मंे दरवाजे से 02 भैंस की रस्सी काट कर चोरी करके मैं अपने दोस्त आसिफ पुत्र कलाम सा0 पठान टोला थाना कोतवाली जनपद मऊ व मंगली पुत्र अज्ञात सा० पठान टोला थाना कोतवाली मऊ के साथ पिकअप पर लाद कर लेकर गया घर के लोग को भैंस चोरी की जानकारी होने पर पीछा करते हुए आये थे किन्तु हम लोग तेजी से गाड़ी लेकर भाग गये थे। उस समय गाड़ी को आशिफ चला रहा था। साहब में पिकअप चलाकर अपना पेट पालता हूँ, लेकिन खर्चा पूरा नहीं हो पाता तो अपने दोस्त के साथ मिलकर भैंस चोरी करके कुछ दूर जाकर कुछ कम दामों में बेच देते हैं। उनमंे से मिले पैसे आपस में बांट लेते हैं। उस दिन चोरी की दोनों भैंसांे को बलिया से मऊ जाते समय रास्ते में राहगीर को जिसको हम लोग नहीं जानते दोनांे भैंस साठ हजार रुपये में बेच दिये थे। उसके पैसे आपस में बराबर बाँट लिये थे। आज हम लोग फिर से भैंस की चोरी करने आये थे कि आप लोग पकड़ लिये।